वर्ष 2006 में वाग्धारा सचिव श्री जयेश जी जोशी द्वारा की गई पद यात्रा के दौरान चिन्हित समस्या के समाधान हेतु आगे आई नाबार्ड संस्था के सहयोग से 2009, 2012, 2018 से संचालित वाड़ी विकास कार्यक्रम के माध्यम से आज आनंदपुरी तहसील के 2000 परिवारों ने अपनी आजीविका को मजबूती दी है साथ ही बाकी जनता के लिए एक उदाहरण पेश किया है|
फलदार पौधों की वाड़ी के साथ साथ सब्जी उत्पादन, मिश्रित खेती, मुर्गी पालन, बकरी पालन, पोषण बगिया, नर्सरी, छोटे अनाज, दलहनी फसल, बहूदेश्य पौधे लगाकर, जल एवं मृदा सरक्षण कार्य, जल संसाधन विकास कार्य, पशु नस्ल प्रबंधन, उन्नत पशु पालन प्रबंधन, महिला एवं स्वास्थ्य विकास के कार्य कर के औसत प्रति परिवार ने आपनी आई में 70000 से 80000 हजार रु की बढ़ोतरी की है, साथ ही पलायन, अशिक्षा, बाल मजदूरी, कुपोषण, बालिका शिक्षा में कमी आदि विकराल समस्याओं पर फतह हासिल की है|
वाग्धारा एवं नाबार्ड के माध्यम से चली इस विकास की धारा का अवलोकन दिनांक 11.06.2022 को नाबार्ड के राजस्थान मुख्य महाप्रबंधक श्री बी. एन. कुरूप, कनिष्ट महाप्रबंधक श्री अरुण कुमार एवं जिला विकास प्रबंधक श्री विश्राम मीणा जी द्वरा देखा एवं महसूस किया कि नाबार्ड वाड़ी के आम आज दिल्ली , गोवा, पश्चिमी बंगाल, जयपुर और भी बहुत सारे शहरों में बिक रहे है|
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