पंचायत स्तर पर बाल केन्द्रित पंचवर्षीय योजनाओं का करे निर्माण

सभी बच्चों को अधिकार मिले तभी हमारी पंचायत समिति विकासशील होगी
August 10, 2020
ग्राम पंचायतो को बाल मित्र बनाना है तो सबसे पहले बच्चो के प्रति संवेदनशील होने कि जरुरत
August 13, 2020
सभी बच्चों को अधिकार मिले तभी हमारी पंचायत समिति विकासशील होगी
August 10, 2020
ग्राम पंचायतो को बाल मित्र बनाना है तो सबसे पहले बच्चो के प्रति संवेदनशील होने कि जरुरत
August 13, 2020

जिला प्रशासन, वाग्धारा संस्थान और सेव द चिल्ड्रन के संयुक्त तत्वावधान में बागीदौरा पंचायत समिति सभागार में आज सरपंचों और ग्राम विकास अधिकारियों की एक दिवसीय कार्यशाला संपन्न हुई। कार्यशाला की अध्यक्षता विकास अधिकारी संजय चरपोटा कर रहे थे । मुख्य अतिथि तहसीलदार शांतिलाल जैन थे। मुख्य वक्ता के रूप में जिला बाल कल्याण समिति के सदस्य मधुसूदन व्यास ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए जनप्रतिनिधियों को आह्वान किया कि वह जिस प्रकार अपनी ग्राम पंचायतों में विकास को लेकर पंच वर्षीय योजना बनाते हैं उसी प्रकार बच्चों के सर्वोत्तम हितों को ध्यान में रखकर उनके उन्नयन विकास तथा उन्हें शिक्षा से जोड़ते हुए उनका गुणात्मक उन्नयन करने की दिशा में कार्य योजना बनाकर उन्हें बालश्रम से मुक्त करें, बाल विवाह से निजात दिलाएं तथा उन्हें अन्याय अत्याचार और शोषण से मुक्ति दिलाकर समाज की मुख्यधारा से जोड़ते हुए देश का जिम्मेदार नागरिक बनाने के सहभागी बने तब ही हम राष्ट्र निर्माण में मददगार होंगे। इस संकल्प को सार्थक करने में ग्राम पंचायत स्तरीय बाल संरक्षण समिति की अपनी महती भूमिका है हम अपने उत्तरदायित्व को अनुभूत कर अपने कार्य को अंजाम देते हुए बाल मैत्री पूर्ण अपनी पंचायत बनाने में सहायक बने जिससे आने वाले समय में हमारी वह पंचायत आदर्श पंचायत बन सके। कार्यशाला को संबोधित करते हुए तहसीलदार शांतिलाल जैन ने कहा कि बच्चों को केंद्र मानकर हमें अपने कार्य को गति देना है उनका विकास ही गांव का विकास है इस धारणा को हमें आत्मसात करना है तब ही हम समाज और देश को अच्छा नागरिक दे सकेंगे। विकास अधिकारी संजय चरपोटा ने कहा कि सभी सरपंचों और ग्राम विकास अधिकारियों की यह जिम्मेदारी है कि प्रत्येक पंचायत में बाल संरक्षण समितियों का विधिवत गठन पूरा कर बच्चों के हितों में विचार विमर्श को लेकर हर महीने उसकी बैठक हो तथा उस बैठक के निर्णय पंचायत समिति स्तर की ब्लॉक स्तरीय बाल संरक्षण समिति में साझा किया जाए जिससे हम संयुक्त प्रयासों के माध्यम से अपने क्षेत्र के बच्चों का सर्वांगीण विकास कर उन्हें उनके मूल अधिकारों के अनुरूप सामाजिक सहभागिता के साथ उनका गुणात्मक विकास कर उनकी प्रतिभा को रचनात्मक स्वरूप दे सकें।

कार्यशाला में सर्वप्रथम वाग्धारा संस्थान के परियोजना अधिकारी माजिद खान ने बच्चों के अधिकारों को लेकर विस्तार से चर्चा के दौरान उन्हें उपलब्ध संवैधानिक अधिकारों के लिए बाल संरक्षण इकाई की जिम्मेदारियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी साथ ही समेकित बाल संरक्षण योजना के तहत राष्ट्रीय स्तर से लेकर पंचायत स्तर तक बाल संरक्षण के लिए जिम्मेदार ढ़ांचागत व्यवस्था को लेकर समस्त सहभागियों को मार्गदर्षन प्रदान किया।

कार्यशाला के दौरान जिला बाल कल्याण समिति सदस्य मधुसूदन व्यास में उपस्थित संभागीय को बच्चों के सर्वोत्तम हितों को लेकर अपने दायित्व निर्वाहन की विधिवत शपथ दिलाई। कार्यशाला को ग्राम सेवक संघ के जिला अध्यक्ष भरत पटोत एवं सरपंच संघ के ब्लाॅक अध्यक्ष दिलीप सिंह ने भी बाल संरक्षण विषय पर संबोधित किया। कार्यक्रम में बागीदौरा ब्लाॅक के समस्त ग्राम विकास अधिकारी एवं सरपंच महोदय ने सक्रिय रुप से भाग लिया ।
अन्त में वाग्धारा द्वारा संचालित चाइल्ड लाइन 1098 के टीम सदस्य कमलेश बुनकर ने संभागीय का आभार प्रदर्शन व्यक्त किया।